इस तस्वीर में अरुणाचल प्रदेश के एक गांव की एक
झोपड़ी है। यह झोपड़ी यूपी, बिहार या मैदानी इलाके की झोपड़ी से काफी अलग है। इसको
जमीन से ऊपर उठाने के लिए नीचे लकड़ियों से बेसमेंट बनाया गया है। इस झोपड़ी और
उसमें रहने वालों की सुरक्षा के लिए जरूरी भी है। बारिश के पानी और कीड़ों को दूर
रखने के लिए जरूरी है। देखने में लगता है कि कितना मजा आता होगा यहां रहने में।
लेकिन वास्तविकता शायद इससे अलग हो। इस तस्वीर के कोने में डिश एंटिना दिखाई दे
रहा है। जिससे यह साफ जाहिर होता है कि यहां केबल चैनल आते हैं और इस घर में टीवी
है। भले ही ऊपर से यह आधुनिक न लगे पर अंदर इसमें सुख-सुविधा की सारी चीजें होने
की पूरी उम्मीद है।
एक पड़े की हरी पत्तियां और उसमें लगा फल। इस बात का
मुझे कोई आइडिया नहीं है कि यह किस पेड़ की पत्तियां है और इसमें लगा यह फल कौन सा
है। हरियाली हमेशा नजरों को अच्छी लगती है।
पहाड़, जंगल, बादल और आसमान के साथ एक सूखा पेड़।इतनी
सुंदरता के बीच जीवन की सच्चाई लिए के पेड़। जो आपको ये बताना चाहता है कि कोई
सर्वादा के लिए नहीं है। एक दिन सबको मेरी तरह हो जाना है।