Thursday, 24 November 2016

Forest Flower


 फूल या पुष्प प्रकृति की मानव को दी हुई एक सुंदर भेंट है। फूल कई रंग और प्रकार में अलग-अलग जगह पर मिलते हैं और इन फूलों का हर जगह अपना अलग ही महत्व है। इस बात हम से सभी अवगत हैं कि लाल गुलाब किसको दिया जाता है। मुझे लगता है कि यहां गुलाब के अपेक्षा उसके रंग की ज्यादा उपयोगिता है। जैसे किसी को भी अगर आप सफेद रंग को कोई भी फूल देते हैं तो निश्चित ही वह शांति का प्रतीक होगा। और ऐसा भी नहीं है कि लाल गुलाब हर जगह एक सा ही संप्रेषण करे। हर जगह रंगों का भी अपना अलग-अलग उपयोग है। जैसे पश्चिमी देशों में शादी में महिलाएं सफेद गाउन पहनती है। इसके विपरीत भारत जैसे देश में किसी के इस दुनिया से चले जाने के बाद महिलाएं सफेद साड़ी पहनती है।



 इन तस्वीरों में दिख रहे फूलों का क्या नाम है इसकी जानकारी मुझे नहीं है। नाम से ज्यादा इस बात का महत्व है कि यह सभी खूबसूरत हैं। और अगर किसी को इन फूलों का उपहार दिया जाए तो उसके चेहरे पर अपने-आप मुस्कान आ जाएगी। गुलाबी रंग के फूल गुच्छे में है जिसमें कुछ गुलाबी और कुछ सफेद रंग के हैं। इन फूलों से प्यार साफ झलक रहा है। तस्वीर की अच्छी बात है कि इसका बैकग्राउंड धुंधला है जिससे फूल और ज्यादा उभर कर सामने आ रहे हैं।



पीले रंग के छोटे फूल जो कतारबद्ध होकर खिले हुए हैं। पीला रंग हमेशा मन को शांति प्रदान करता है। इसकी डालियों पर पत्तों से ज्यादा फूल दिखाई दे रहे हैं। तस्वीर के अधिकतर भाग में फूल हैं इसिलए फोटो काफी अच्छी दिखाई दे रही है। 


 पूरा खिला हुआ लाल रंग के फूलों का गुच्छा जिसपर पेड़ की परछाई पड़ रही है। इस बात की भी संभावना है कि परछाई के कारण इसका रंग लाल दिख रहा हो, पर वास्तव में इसका रंग गुलाबी हो। डालिया घुंधली जबकि पत्ते साफ नजर आ रहे हैं जिससे इस तस्वीर की प्रभावशीलता बढ़ गई है। 

 इन तस्वीरों में दिख रहे फूलों का क्या नाम है इसकी जानकारी मुझे नहीं है। नाम से ज्यादा इस बात का महत्व है कि यह सभी खूबसूरत हैं। और अगर किसी को इन फूलों का उपहार दिया जाए तो उसके चेहरे पर अपने-आप मुस्कान आ जाएगी। गुलाबी रंग के फूल गुच्छे में है जिसमें कुछ गुलाबी और कुछ सफेद रंग के हैं। इन फूलों से प्यार साफ झलक रहा है। तस्वीर की अच्छी बात है कि इसका बैकग्राउंड धुंधला है जिससे फूल और ज्यादा उभर कर सामने आ रहे हैं।

पूरा खिला हुआ लाल रंग के फूलों का गुच्छा जिसपर पेड़ की परछाई पड़ रही है। इस बात की भी संभावना है कि परछाई के कारण इसका रंग लाल दिख रहा हो, पर वास्तव में इसका रंग गुलाबी हो। डालिया घुंधली जबकि पत्ते साफ नजर आ रहे हैं जिससे इस तस्वीर की प्रभावशीलता बढ़ गई है।

Tuesday, 22 November 2016

Buddha

Buddha in a temple


साफ तौर पर तस्वीर में दिख रहा है कि यह भगवान बुद्ध का मंदिर है। हर धर्म के धार्मिक स्थल की बनावट और उसमें रखी जानेवाली चीजे अलग-अलग होती है जो उस धर्म की विशेषताओं को इंगित करती हैं। तस्वीर में एक बौद्ध पुजारी भी शांत मुद्रा में बैठे हुए हैं। वे ध्यान की मुद्रा में नहीं बल्कि बस शांत है। धार्मिक स्थलों की एक खासियत होती है कि वहां जाने पर मन अपने आप शांत हो जाता है। वहां की ऊर्जा ही अलग होती है।  



Memorial of Buddha


किसी भी चीज का स्मारक हमें अपने इतिहास को याद दिलाता है। हमारा वजूद किसके कारण है चाहे वह दैवी हो या इनसानी। दैवी या भगवान और इनसान दोनों के स्मारक मिलते हैं। जिसे इनसान ही बनाता है। जिससे हमारी आनेवाली पीढ़ी अपने इतिहास के बारे में जाने और उससे जुड़ी रहे। इस तस्वीर में भी भगवान बुद्ध से संबंधित स्मारक है। यह स्मारक किसी बड़ी जगह पर बनी है। इस बात का पता इस बात से ही चलता है कि इसे टीन से घेरा गया है जो कहीं-कहीं से टूट भी गया है। जब भी हम किसी स्मारक को देखते हैं हमें यह जानने की इच्छा होती है कि उसके पीछे की कहानी क्या है? क्योंकि कोई भी स्मारक यूं ही नहीं बन जाता। खासतौर पर किसी इनसान से संबंधित स्मारक। इस तस्वीर का रंग संयोजन काफी सकारात्मक है। स्मारक बिल्कुल सफेद रंग का है जिसका कुछ अंश पीले रंग से रंगा गया है जो मन को शांति देता है।

Sunday, 20 November 2016

Life is a journey

Life is a journey


इस तस्वीर को देखने के बाद एक ही गाना ज़हन में आता है- जिंदगी एक सफर है सुहाना, यहां कल क्या हो किसने जाना। कार की पिछली सीट से ली गई इस तस्वीर में पहाड़ी इलाके की सड़क और आसपास का जंगल दिखाई दे रहा है। जिंदगी भी एक सफर की तरह ही होती है जिसमें इनसान कई पड़ावों से होता हुआ अपनी मंजिल तक रास्ता तय करता है। सफर के दौरान खिड़की के बाहर देखते हुए व्यक्ति पूरे सफर का आनंद लेता है। गाने का पहला वाक्य कि जिंदगी एक सफर है सुहाना- इस बात में कोई दो राय नहीं है। लेकिन दूसरे वाक्य की यहां कल क्या हो किसने जाना- इस तस्वीर में सड़के के किनारे गहरी खाई है, जरा सा ध्यान हटा कि कुछ भी हो सकता है।



So many stop in a Journey


ये तस्वीर उसी सफर के दौरान गाड़ी को रोकर ली गई है। ऐसा हम सभी करते हैं। जब कभी हिल स्टेशन जाते हैं तो गाड़ी रोक-रोककर सफर को कैमरे में कैद करते चलते हैं। ये एक वाइट पिक्चर है जिसका पीछे शानदार ऊंचे-ऊंचे पेड़ दिखाई दे रहे हैं और आगे एक सड़क। इस तस्वीर को एंगल कुछ ऐसा कि इसमें प्रकृति के आगे मानव निर्मित वस्तु बौनी दिखाई दे रही है। यह वास्तविकता भी है कि प्रकृति के आगे हम बौने ही है। यह बात इस कार की नहीं है। हमारी बनाई सबसे ऊंची इमारत भी प्रकृति के कई चीजों के आगे बौनी है। जब भी हम कोई निर्माण करते हैं तो उसके कई पहलुओं की प्रेरणा हमें प्रकृति से ही मिलती है। चाहे हवाई जहाज बनाने की प्रेरणा हो या हैलिकॉटर बनाने की। इन सभी चीजों के निर्माण में प्रकृति ने हमारा बखूबी साथ दिया है।