Monday, 28 November 2016

Godly in God home











बिना भक्त के भगवान का कोई मोल नहीं है। अगर भक्त है तो भगवान है। भक्त के कारण ही भगवान की प्रासंगिकता, उपयोगिता और महत्व बना रहता है। हर धर्म में भगवान की पूजा करने या उनको खुश करने के अपने तरीके होते हैं। हवन करना, प्रसाद चढ़ाना, मोमबत्ती जलाना, नमाज पढ़ना उसी अलौकिक शक्ति की पूजा व साधना करने का एक तरीका है। इन तस्वीरों में भी भक्त हवन के द्वारा भगवान को अपनी भक्ति प्रदर्शित कर रहे हैं।


हर धर्म में जिस रस्म की शुरुआत की गई उसके पीछे कई कारण कार्य करते रहे हैं। जैसे नदियों में सिक्का डालना जिससे पानी शुद्ध हुआ करता था। रस्में इनसान को भगवान के साथ ज्यादा से ज्यादा समय तक जोड़े रखने का कार्य करता है। मान लिजिए की रस्में न होती तो हम कितना समय मंदिर या मस्जिद में गुजारते। शायद बहुत कम। हम जाते माथा टेकते और चलते बनते। 


इन तस्वीरों में भक्त भगवान की पूजा कर रहे हैं। पहली तस्वीर में लोग पारंपरिक परिधान में हवन के इर्द-गिर्द खड़े होकर भगवान को आहूत दे रहे हैं। यह तस्वीर में भगवान में भक्तों की आस्था को दर्शाता है। जो सब कुछ मंदिर के बाहर छोड़ एक साथ एक अनुष्ठान के लिए यहां उपस्थित हैं। दूसरी तस्वीर में भक्तों की पदुकाएं (चप्पल) मंदिर के बाहर दिख रही हैं और बोर्ड जिस पर लोगों के लिए सूचनाएं और निर्देश लिखे हुए हैं। किसी भी जगह की व्यवस्था बनाए रखने के लिए इस तरह के बोर्ड काफी मददगार साबित होते हैं। तीसरी तस्वीर वाइड व्यू है मंदिर परिसर का जिसमें मंदिर का काफी बड़े भाग के साथ ही लोगों को हवन करते देखा जा सकता है। अंतिम तस्वीर में मंदिर परिसर में महामृत्युजंय मंदिर का द्वार है जहां कुछ लोग वार्तालाप कर रहे है और मंदिर की घंटी के घंटे दिखाई दे रहे हैं। किसी धर्म स्थान पर जाना और अपने ईश्वर को याद करना इनसान को भावनात्मक रूप से मजबूत करता है। क्योंकि जब इनसान हर जगह से हार जाता है तो वह भगवान की शरण में जाता है। उसकी समस्या का समाधान वहां मिले या न मिले पर वह उस स्थिति को झेलने की शक्ति वहां से लेकर ही आता है।

Saturday, 26 November 2016

Gods Home

Stand Alone

Me and my fellows

                       Stand with my last breath


मंदिर या धर्मस्थल जहां लोगों की आस्था बसती है कि इस जगह ईश्वर का वास है और उसके दर्शन मात्र से ही सारी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। इन तस्वीरों में मंदिर के गुबंद दिखाई दे रहे हैं। मंदिरों के गुंबद आमतौर पर ऊंचे और लंबे ही होते हैं। गोलाकार गुंबद मस्जिद और गुरुद्वारे में देखे जाते हैं। मुझे इसके पीछे कहानी नहीं पता कि ऐसा क्यों है लेकिन इसके पीछे जरूर कोई न कोई कहानी या आस्था या विज्ञान कार्य करता है कि किस इमारत का रूपरेखा क्या होना चाहिए। पहली तस्वीर में जिसमें केवल एक मंदिर का गुबंद दिखाई दे रहा है इसकी छटा ही निराली है। क्योंकि इसके आसापस ऊंचे-ऊंचे पेड़ है। जैसे यह मंदिर की रखवाली कर रहे हैं। इस तस्वीर में एक व्यक्ति मंदिर के पास खड़ा है पता नहीं वह पुजारी है या कोई आस्थावान व्यक्ति जो अपनी मन्नत पूरी करवाने की गुजारिश लिए वहां खड़ा है। दूसरी तस्वीर में एक बड़ा गुबंद और कई छोटे-छोटे गुबंद दिखाई दे रहे हैं। इनके आकार से ही इनके महत्व का आकलन किया जा सकता है। तस्वीर से ही साफ झलकता है कि मंदिर के आसपास काफी पेड़-पौधे हैं जो मन को शांत करने के लिए काफी हैं। तीसरी तस्वीर में गुबंदों के साथ ही एक पेड़ दिखाई दे रहा है जो काफी लंबा है और उस पर पत्तियां नहीं है। शायद वह सूख गया है। जो इस दुनिया में आया है उसे एक दिन इसे छोड़ कर जाना ही है। चाहे वह ईश्वर की शरण में ही क्यों न हो। शायद यह पेड़ यही बताने की कोशिश कर रहा है।

Thursday, 24 November 2016

Forest Flower


 फूल या पुष्प प्रकृति की मानव को दी हुई एक सुंदर भेंट है। फूल कई रंग और प्रकार में अलग-अलग जगह पर मिलते हैं और इन फूलों का हर जगह अपना अलग ही महत्व है। इस बात हम से सभी अवगत हैं कि लाल गुलाब किसको दिया जाता है। मुझे लगता है कि यहां गुलाब के अपेक्षा उसके रंग की ज्यादा उपयोगिता है। जैसे किसी को भी अगर आप सफेद रंग को कोई भी फूल देते हैं तो निश्चित ही वह शांति का प्रतीक होगा। और ऐसा भी नहीं है कि लाल गुलाब हर जगह एक सा ही संप्रेषण करे। हर जगह रंगों का भी अपना अलग-अलग उपयोग है। जैसे पश्चिमी देशों में शादी में महिलाएं सफेद गाउन पहनती है। इसके विपरीत भारत जैसे देश में किसी के इस दुनिया से चले जाने के बाद महिलाएं सफेद साड़ी पहनती है।



 इन तस्वीरों में दिख रहे फूलों का क्या नाम है इसकी जानकारी मुझे नहीं है। नाम से ज्यादा इस बात का महत्व है कि यह सभी खूबसूरत हैं। और अगर किसी को इन फूलों का उपहार दिया जाए तो उसके चेहरे पर अपने-आप मुस्कान आ जाएगी। गुलाबी रंग के फूल गुच्छे में है जिसमें कुछ गुलाबी और कुछ सफेद रंग के हैं। इन फूलों से प्यार साफ झलक रहा है। तस्वीर की अच्छी बात है कि इसका बैकग्राउंड धुंधला है जिससे फूल और ज्यादा उभर कर सामने आ रहे हैं।



पीले रंग के छोटे फूल जो कतारबद्ध होकर खिले हुए हैं। पीला रंग हमेशा मन को शांति प्रदान करता है। इसकी डालियों पर पत्तों से ज्यादा फूल दिखाई दे रहे हैं। तस्वीर के अधिकतर भाग में फूल हैं इसिलए फोटो काफी अच्छी दिखाई दे रही है। 


 पूरा खिला हुआ लाल रंग के फूलों का गुच्छा जिसपर पेड़ की परछाई पड़ रही है। इस बात की भी संभावना है कि परछाई के कारण इसका रंग लाल दिख रहा हो, पर वास्तव में इसका रंग गुलाबी हो। डालिया घुंधली जबकि पत्ते साफ नजर आ रहे हैं जिससे इस तस्वीर की प्रभावशीलता बढ़ गई है। 

 इन तस्वीरों में दिख रहे फूलों का क्या नाम है इसकी जानकारी मुझे नहीं है। नाम से ज्यादा इस बात का महत्व है कि यह सभी खूबसूरत हैं। और अगर किसी को इन फूलों का उपहार दिया जाए तो उसके चेहरे पर अपने-आप मुस्कान आ जाएगी। गुलाबी रंग के फूल गुच्छे में है जिसमें कुछ गुलाबी और कुछ सफेद रंग के हैं। इन फूलों से प्यार साफ झलक रहा है। तस्वीर की अच्छी बात है कि इसका बैकग्राउंड धुंधला है जिससे फूल और ज्यादा उभर कर सामने आ रहे हैं।

पूरा खिला हुआ लाल रंग के फूलों का गुच्छा जिसपर पेड़ की परछाई पड़ रही है। इस बात की भी संभावना है कि परछाई के कारण इसका रंग लाल दिख रहा हो, पर वास्तव में इसका रंग गुलाबी हो। डालिया घुंधली जबकि पत्ते साफ नजर आ रहे हैं जिससे इस तस्वीर की प्रभावशीलता बढ़ गई है।